Hindu genocide in Kashmir

चलते-चलाते : हिन्दू-नरसंहार

पहलगाम का हिन्दू-ह्त्या
परिचायक है बर्बरता का;
समय आ गया है आतंकी पर
अब आतंक मचाने का I

अपनों ही ने हमको बाँटा
किया था यत्न कटाने का;
सफल भी हुआ कुछ हद तक
हमें आपस में ही लड़ाने का I

जयचंदों ने जूती चाटी
कट्टरवादी अमानुष की;
वोट बैंक के लिए है छोड़ी
साथ स्वयं के परिजनों की I

नरसंहार थे झेले पंडित
जन्मभूमि में प्रताडन का;
बेघर किया डराकर सबको
घायल हुआ सनातन था I

बदल रहा है जन-मानस अब
तमस तमातम सब में डारो;
उठो संगठित हो, हत्यारों को
तुम चुन-चुन कर अब मारो II

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