चलते चलाते : भारत की राजनीति
दुःख है!भारत के राजनीति
की विकृतियों भरी कहानी है।
सम्मान विहीन कोंग्रेसी हिन्दू
नेताओं में भरी बदजुबानी है।
नेहरू परिवार के कुटिलता की,
छुपी,कथाएँ!कुछ उभर आई हैं।
राजाओं की अवसान व्यथा में
ज्यों गद्दारों की करस्तानियाँ हैं।
नेहरू,इंदिरा,राजीव सोनियाँ की
साजिशों ने हमें बर्बाद किया है।
हिन्दुओं को धर्म निरपेक्ष बोर्ड,
मुस्लिम को वक्फबोर्ड दिया है।
छिनती गई हैं जमीन हिन्दुओं की,
अवैध मजारें-मस्जिदें बन गये हैं।
हिन्दु'हम दो हमारे दो'कर-कर के,
'हम दो हमारे एक'पे सिमट गये हैं।
बच्चे जिहादीयों के निवाले बने हैं।
कोंग्रेसी-नीतियों के शिकार बने हैं।
रोहिंज्ञाओं-घुसपैठियों का कब्जा है,
हिंदुस्तान में भी हिन्दू ही प्रताड़ित है।
मुस्लिम!'हम पाँच हमारे पैंतालीस'
हाथों में बॉम्ब और ए.के सैंतालीस।
कुरान हदीस और उम्मा का फितूर,
दिमाग कट्टरपंथी अक्ल से भरपूर।
सुप्रीम कोर्ट ने भी रिट जारी किया है,
रेलवेजमीन! रोहिंज्ञा,सुरक्षित बसा है।
राजस्थान में हिन्दुओं का घर तोड़ा है।
आवास का मौलिक अधिकार छीना है।
मानवाधिकार वालों के मुँह,दही जमा है।
हिन्दुओं की हत्याओं पर जश्न मनाया है।
तलवेचट्टू हिन्दुनेता!कोंग्रेस के गधे बने हैं।
हिन्दुओं के वोट एवं नोट ले हत्यारे बने हैं।
डॉ सुमंगला झा।