Aaj ka Ravan

आधुनिक रावण-वध : कब, कहाँ और कैसे हो ?

आजकल भारत में एक नया रावण खड़ा हो रहा है जिसके सिर्फ १० नहीं, २६ सिर हैं I यह रावण पैदा भी भारत में हुआ है और विनाश भी अपने ही देश का कर रहा है I इस रावण का जन्म राजनैतिक है और विपक्ष के लगातार पराजय के कारण हुआ है I विपक्ष के लिए पराजय एक ऐसे जहर के सामान है जिसे वह पचा नहीं पा रहा I आम चुनाव चाहे २०१४ का हो या २०१९ का I उनके नसीब में पराजय ही आया I वैसे तो चुनाव में राजनैतिक हार-जीत होती रहती है परन्तु कोई पार्टी रावण का आकार-प्रकार नहीं ले लेती I देश में पहली चुनाव से लेकर अब तक कांग्रेस लगभग ५५ सालों तक राज कर चुकी है और अपने UPA -I & II समय खंड में ठगी और घोटालों की जननी मानी जानें लगी थी I दरअसल स्वतंत्रोत्तर भारत के सम्पूर्ण काल खंड में कोई भी राजनैतिक पार्टी ऐसी नहीं हुई जिसनें कुछ वर्षो के लिए ही सही, शाशन सम्भाला हो और भ्रष्टाचार में लिप्त न हुआ हो I इसमें अपवाद सिर्फ अटल सरकार के ५ साल और मोदी सरकार के १० साल हैं जो बेदाग़ रही है I आज के राजनैतिक गलियारों में विपक्षी पार्टियों के लिए यह एक कठोर और कडुआ सत्य है कि मोदी सरकार के ये साफ सुथरे, विकास कार्यों से परिपूर्ण, गरीबोन्मुख अनमोल १० साल ऐसे हैं जिस पर कोई उंगली नहीं उठा सकता I मोदी सरकार के ये कालखंड भारत के लिए अनमोल हैं जब अप्रत्याशित विकास कार्य हुए हैं जिससे जन मानस अति प्रसन्न हैं (पढ़ें “What makes Modi so confident of 370+”, https://thecounterviews.in/articles/what-makes-modi-confident-of-370-parliamentary-election-2024/) I अतः मोदी सरकार के १० साल उपरान्त भी आज का विपक्ष मुद्दा विहीन है I उन्हें अपना-अपना भविष्य अंधकारमय लगता है I यही कारण है कि इस आम चुनाव में विपक्ष को मनगढंत मुद्दे बनाने पड़ रहे हैं जिससे अधिकांश जनता अवगत है I आज का विपक्ष यह भी जानता है कि अपने अच्छे कार्यों की बदौलत भारत की अधिकाँश जनता मोदी सरकार को तीसरी कार्यकाल के लिए लाना चाहती है और यही कारण है विपक्ष के बड़ी परेशानी की; कि जनता को गुमराह करने के लिए उसे नकली मुद्दे बनाने पड़ रही है I

विपक्षी राजनैतिक पार्टियाँ यह जान चुकी है कि वे अकेले या अपने पूर्व UPA गठबंधन से मोदी सरकार को नहीं हटा / हरा सकती I इसीलिए चारा घोटाले के लिए जेल में सजा काट रहे लालू यादव अपने स्वास्थ्य कारणों के बहाने जेल से जमानत पर बाहर आकर अपने बेटे के राजनैतिक भविष्य बचाने के लिए एक संयोजक के रूप में लगभग सारे विपक्षी पार्टियों का गठबंधन बनाना चाहते थे जिससे मोदी सरकार को हराया जा सके I इसमें २६ ऐसे राजनैतिक पार्टियाँ हैं जिसमें से अधिकतम पर भ्रष्टाचार के आरोप ही नहीं वल्कि सजा भी सुनाई जा चुकीं हैं I इसमें मुख्य हिस्सेदार या किरदार चारा-चोर, टोटी-चोर, चिटफंड-चोर, दारु-चोर, घोटालों की जननी माने जानें वाली UPA सरकार के घटक, महाराष्ट्र में फिरौतीबाज सरकार चलाने वाली पार्टियाँ, अतिवादी व आतंकवादी पार्टियाँ जो कश्मीर से केरल तक जिहादियों को सहायता कर रही है, माओवादी गतिविधियों के समर्थक या बढ़ावा देने वाली पार्टी तथा सबसे ज्यादा धृष्ट व घृणित पार्टी जो हिन्दुओं को गाली व अपशब्द कहती हैं I यही कारण है कि इतनी सारी भ्रष्ट तथा दुराचारी पार्टियों को रावण का रूप माना जानें लगा है जिसका वध आवश्यक है I

यह २६ सिरों वाला रावण देश में झूठ, दुष्प्रचार, जातिगत फूट डालने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है I ये पार्टियाँ ऐसे भी कई मुद्दे उठा रही हैं जिसपर उन्होंने अपने कार्य काल में कोई सकारात्मक काम नहीं किया था I इस रावण रूपी गठबंधन ने झूठ और दुष्प्रचार फैला रखा है कि देश में अत्यधिक बेरोजगारी, महगाई, गरीबी है जबकि सारे तकनीकी डाटा इसके खिलाफ हैं I आज भारत में महगाई दर सबसे कम है I मोदी सरकार के कार्यकाल में २४.८२ करोड़ से ज्यादा लोग गरीबी रेखा से ऊपर आए हैं I सरकारी नौकरी के अभाव में देश में असंगठित क्षेत्र में ज्यादातर लोग कार्यरत रहे थे जिनको कोरोना काल में अपने कार्य छोड़ने पड़े थे I यही हाल प्राइवेट सेक्टर में भी था I लेकिन इन सबों के बावजूद भी दशकों से बेरोजगारी झेल रही जनता के हाथों में काम देने के लिए मोदी सरकार ने स्वरोजगार के लिए सरकारी बैंकों द्वारा सिक्योरिटी-फ्री मुद्रा कर्ज शुरू किया जिससे गरीबों का परिवार चल सके I अब तक मुद्रा योजना से लगभग ३३ करोड़ लोग कर्ज ले चुके हैं जो कि अवश्य ही जीविकोपार्जन के लिए उपयोगी सिद्ध हुए हैं I लेकिन यह बात भी सत्य है कि बेरोजगारी समाप्त करने के लिए मोदी सरकार के पास सुनहरा अवसर था जो उन्होंने लागू नहीं करना चाहा (पढ़ें “Employment of all Indians: A possibility”, https://thecounterviews.in/articles/employment-for-all-indians-a-possibility/) I 

भारत की बढ़ती आवादी के कारण हर साल लगभग ५० से ६० लाख युवा की वृद्धि होती है और वे नए-नए रोजगार खोजते हैं I इन सबों के बावजूद भी अगर बेरोजगारी की दर पहले से कम हुई है तो मोदी सरकार बधाई के पात्र ही हैं I अतः आजके रावण का झूठ नहीं चल पा रहा I अब इन्होंनें कई और झूठ चला रखा है जैसे बीजेपी संविधान को समाप्त कर रही है, सरकारी संस्थाओं का दुरूपयोग कर रही है आदि-आदि I सबसे बड़ी बात यह है कि ये झूठ २६ मुँह से लगातार बोली जा रहीं हैं I कोई भी झूठ जब बारम्बार बोली जानें लगे तो आम आदमी को सच लगने लगता है I यह २६ सिरों वाला रावण यही काम कर रहा है I जाति के नाम पर लोगों में फूट डाली जा रही है I इस तरह की फूट डालने वाली साजिश तो PFI के दस्तावेज में भी था जिससे वे भारत को ग़ज़वा-ए-हिन्द बनाने की साजिश कर रहे थे I आजकल इस रावण का मुख्य सिर संपन्न लोगों की अर्जित संपत्ति छीन कर उसे गरीबों में बाँटने की बात कर रहा है I मुस्लिम और ईसाई तुष्टीकरण के लिए हिन्दू धर्म और हिन्दुओं को अपशब्द कहे जा रहे हैं (पढ़ें “Abuses on Sanatan Dharma”, https://thecounterviews.in/articles/abuses-on-sanatan-dharma-by-dmk-and-christians-in-tamil-nadu/) I यह सब रोकना ही होगा I 

इस २६-मुखी रावण का वध आवश्यक है I सवाल है कब, कहाँ और कैसे I यह भी अनुमान है कि वर्तमान चुनाव में मोदी सरकार की जीत के बाद इसके कुछ सिर तो अपने आप ही अलग हो जाएंगे I बाँकी बचे चोर, ठग, घोटालेबाज सिर को तो आने वाले समय में भारत की क़ानून व्यवस्था काट देगी I बाँकी बचे सिरों व धड़ का विक्षित होना भी लगभग तय ही है I तो इसका भी उत्तर आने वाले महीनों और सालों में मिल जाएगा I इस रावण को समाप्त करने का काम भी हम भारतीयों को अपने हाथों में ही लेना होगा I विपक्ष का यह रावण रूपी घिनौना स्वरुप विदेशी ताकतों की मदद से भारत के टुकड़े करने में सक्षम हो सकता है I वैसे भी हम पर चीन, पाकिस्तान, कनाडा और कुछ अन्य षड्यंत्रकारी देशों की बुरी नज़र रहती है I इस रावण के कुछ सिरों के मार्फ़त विदेशी षड्यंत्रकारी ताकतें देश में सक्रिय हैं जिसकी झलक हम विगत में शाहीनबागों के प्रदर्शन में देख चुके हैं I हमें इन सबों से सावधान रहना होगा I रावण वध निश्चित है I

Read More Articles ›


View Other Issues ›